नमस्ते दोस्तो, मेरा नाम मनोज है, मैं बैंगलोर के व्हिटफील्ड शहर से हूँ
इस सेक्स कहानी में मैं आपको बताता हूँ कि मैंने किस तरह से अपनी चचेरी बहन को चुदाई का नशा चढ़ा कर उसकी चुदाई का मजा लिया
एक लड़की जिसका नाम तनु था वह हमारे पड़ोस में रहने के लिए आई थी वो अपनी पढाई को पूरा करने के लिए अपने मामा-मामी के घर आई हुई थी हमारा घर उनके पड़ोस में था हमारी उनसे अच्छी बोलचाल थी इसलिए वो मेरी चचेरी बहन बना गई थी
तनु बी.कॉम की पढाई करने गांव से यहाँ आयी थी में भी बी.कॉम की पढाई कर रहा था
उसके मामा ने उसका एडमिशन मेरे ही कॉलेज में करा दिया था
हम दोनों कॉलेज में साथ में पढ़ाई करते थे.
कॉलेज में ही हमारा भाई-बहन का रिश्ता बना था.
मेरे कारण तनु को कॉलेज में कोई कुछ बोल नहीं पता एक तो वो इतनी ख़ूबसूरत और हॉट कोई लड़का उसे देखे बगैर रह नहीं पाता में कॉलेज में उसे प्रोटेक्ट करता था
एक बार कॉलेज में तनु को एक लड़का बहुत परेशान कर रहा था उसके कहने पर मैने उसकी बहुत पिटाई की थी
इसलिए तनु को में अच्छा लगने लगा था’ वह मुझे पढ़ाई में बहुत मदद करती थी मुझे पता चल चूका था की वो मुझसे प्यार करने लगी है
उस वक्त तक मेरे मन में कोई गलत ख्याल नहीं आया था … उल्टा मुझे बहुत बुरा लगा था कि उसने मेरी बहन के साथ ऐसे क्यों किया
हम दोनों के भाई बहन के रिश्ते से उसके मामा-मामी भी वाकिफ़ थे. उसके मामा-मामी ने उसकी सुरक्षा की जिमेदारी मुझे सोप दी थी
क्योकि उसके मामा का पूरा परिवार और मेरा पूरा परिवार तीर्थ यात्रा पर एक महीने के लिए जाने वाले थे और हम भी उनके साथ जाने वाले थे पर हमारे बी.कॉम के पेपर दूसरे शहर में तीर्थ यात्रा वाले दिन से शुरू हो गये
उन्हें छोड़ कर जाना बहुत मुश्किल था क्योकि हम दोनों की पुरे साल की फीस और एक साल की मेहनत ख़राब हो जाती
वैसे भी हमे भी एक महीने के लिए शहर छोड़के दूसरे शहर जाना था वहाँ पर कॉलेज वालो ने पहले से सभी बच्चो को रूम बुक करके दिया हुआ था ज्यादा बच्चो के कारण जो भाई-बहन थे वो एक साथ रह सकते थे
जब मैं रूम पर रहने गया, तब तक मेरा दिमाग़ बिलकुल साफ था.
मेरे मन में तनु को लेकर किसी तरह का कोई खराब विचार नहीं था.
हमने जिस कमरे में रुके थे उसमें एक ही बाथरूम था.
हम दोनों एक ही बाथरूम में नहाते थे और टॉयलेट भी उसमें ही था, तो बारी बारी से यूज करते थे.
लड़कियों की आदत होती है नहाते समय ब्रा और पैंटी निकाल कर बाथरूम में रख देती थी. उसके बाद में नहाता था
अब लंड तो लंड है, उसको क्या समझ आता है कि किसकी ब्रा और पैंटी है.
वो तो तनु की ब्रा पैंटी बाथरूम में टंगी देख कर खड़ा होने लगता था.
और जब मैं नहाने बाथरूम में जाता तो उसकी ब्रा पैंटी को देख कर मुठ मार लेता था.
ऐसे ही रूम पर आए हम दोनों को 15 दिन निकल गए थे.
बाद में हम दोनों ने आपस में काम बांट लिए दिनमें मैं काम करता वो पढाई करती का तय किया रात में वो खाना बनाती और में पढाई करता.
अब से मुझे कपड़े धोने का काम मिला और बहन को घर का सारा काम करना है .
जब पहली बार मैं अपनी बहन के कपड़े धोने गया तो बहुत खुश था कि आज उसकी ब्रा पैंटी से फुल मजे लूगा
अब तक मैंने उसकी ब्रा पैंटी को देख कर मुठ जरूर मारी थी लेकिन अब तक कभी हाथ से छुए नहीं था मुझे उसकी ब्रा पैंटी छूने से मादक सुगंध आने लगी. में पैंटी ब्रा से सेक्स का मजा लेने लगा था.
हम दोनों को पढ़ते समय आदत थी कि रात को सोने के टाइम पर कॉफी पीते थे जिसे हमे रात को पढ़ते समय मदत मिलती
रात में कॉफी मैं ही बनाता था, तो एक दिन मुझे उसके साथ सेक्स करने का मन हुआ तो एक दिन मैने उसे पुच्छ लिया क्या तुम मेरे साथ लेट नाईट पार्टी करने के लिए तैयार और जिसमे कुछ रोमांस भी हो
मुझे बहुत डर लग रहा था की उसका जवाब क्या होगा पर उसके कहाँ ठीक है अब बस मुझे शाम का इंतजार था कि कब खेल शुरू हो.
उस दिन में बियर की दो बोतल लेने गया में दो जोश बढ़ाने वाली गोलियां भी लाकर आ गया मैंने उसकी और अपनी बियर की बोतल में जोश बढ़ाने वाली गोली मिला दी. थोड़ी देर बाद बियर के साथ-साथ उसे उस गोली का नशा चढ़ने लगा
मैंने तनु को हिलाकर पूछा तुम ठीक तो हो उसने बोलै में बिलकुल ठीक हु मैं उसके गाल पर किस करने लगा.
फिर हिम्मत बढ़ी तो मैं उसके होंठों पर चूमने लगा, फिर उसने कहाँ तुम ये क्या कर रहे हो
वो नशे में अब पूरी भर चुकी थी वो भी किश के भरपूर मजा ले रही थी हम दोनों ने
दस मिनट तक एक-दूसरे की चुम्मियों का खूब मजा लिया मैंने उसके टॉप की धिरे-धिर चैन खोली दिया.
वो पिंक ब्रा तो वह पहनती ही थी, पीछे से उसका टॉप और ब्रा खोलने के बाद उसके तो बूब्स सामने आ गए.
पिछले 20 दिन से उसके ब्रा से उसके चूचों का साइज पता नहीं चल पा रहा था उसके तो हल्का सा दीदार हुआ करता था, लेकिन आज मेरे सामने पूरे के पूरे चूचे खुले हुए थे.
मैंने हल्के हाथ से उसकी चूची को दबाया. उसकी चूची बहुत टाइट थे,
मैंने एक बूब्स को अपने मुँह में भर लिया और उसको पीना चालू कर दिया.
दूसरे हाथ से मैं उसके दुसरी चूची को दबा रहा था सच में यार क्या चूचे थे उसकी
फिर उसकी पैंट खोली अब उसकी चूत की बारी थी. मुझसे रहा नहीं जा रहा था.
उसकी नई छोटे छोटे सुनहरे बालों वाली सील पैक चूत मेरे सामने खुली हुई थी. मैं आज पहली बार किसी लड़की को पूरी नंगी देख रहा था.
में अपने हाथों से उसकी चूत को सहलाने लगा मैने अपनी उंगली पर थूक लगा कर
उसकी चूत में अपनी उंगली डालने लगा. यह सब मैं पहली बार कर रहा था.
जब मैंने अपनी उंगली उसकी चूत में अन्दर डाली तो ऐसा लगा जैसे जलती हुई गैस पर उंगली रख दी हो. उसकी चुत इतनी गर्म थी
शायद जोश की गोली ने अपना काम कर दिया उसके अन्दर सेक्स की आग भड़का दी थी. मैंने अपनी जीभ को सीधा उसकी चूत पर रगड़ना शुरू कर दिया.
कुछ मिनट चूत चाटने के बाद मैने अपनी सारी जोश की गोली खाली जो बचा के रखी थी अब मेरा लौड़ा तनु की चूत में जाने के लिए तैयार होने लगा था.
मैंने अन्तर्वासना हिंदी सेक्स कहानियों और हिंदी सेक्स कहानियों में बहुत पढ़ा था कि सबसे पहले मुँह में लंड देने में दोगुना मजा आता है मैने अपने लंड को तैयार किया और उसके मुँह में दे दिया उसने भी लम्बी सुरि भरी और मेरा लंड पूरा एक बार में अंदर ले लिया,
फिर मैंने उसकी चूत को थोड़ा खोल कर देखा, तो अन्दर से पूरी गुलाबी चुत दिखी थी.
मैंने उसकी पोजीशन बनाई और उसकी चूत के छेद पर अपने लंड को उसकी चूत के छेद पे पट-पट मारने लगा तनु हिंदी सेक्स स्टोरी की तरह चिल्लाने लगी
एक मिनट के बाद मैंने लंड को उसके चुत के पानी से गिला किया और उसकी चुत के अन्दर डाल दिया और धीरे धीरे अन्दर बाहर करने लगा
तनु भी जैसे हिंदी सेक्स स्टोरी में लड़किया करती है बिलकुल उसी तहर आ…. आ। … आ….. ा….. आ। … आ… आए….. ा.. आ. आए….. आए। …. आए। कर रही में भी फुल मजे ले रहा था
थोड़ी देर बाद मुझे तनु की गांड में लंड डालने का मन हुआ, तो मैं उसे उल्टा किया और उसकी गांड में लाँड़ डालने लगा. उसने पहले कभी गांड नहीं मरवाई होगी, तो मेरा लंड उसकी गांड के अन्दर नहीं जा रहा था.
फिर मैने अपना सूखा लंड उसकी गांड पूरी जान से उसकी गांड में दे दिया तनु बहुत जोर से चिल्लाने लगी 1 मिनट बाद लंड निकल कर उसकी चुत में दोबारा दे दिया फिर तो मैने उसकी चुत को इतनी कसके चोदा की मानो रूम में भूकम्प आ गया हो
फिर मैं नीचे लेट गया और मैंने उसको अपने लंड के ऊपर ले लिया वह मेरे लौड़े पर अपनी गांड उठा उठा कर जोर से खुद चुद रही थी पूरा लंड अपनी गांड के अन्दर लेने लगी. उसके दूध मस्त उछल रहे थे
पूरे कमरे में चुदाई की फच … फच … की आवाज हो रही थी और उसकी मादक आवाजें ‘आह … आह … फ़क मी आह जोर से चोदो’ आ रही थीं. मुझे और जोर से चुदाई करने का मन कर रहा था. जब वह मेरा पूरा लंड अन्दर लेती, तो बहुत मजा आ रहा था. हम दोनों ने 69 पोजीशन बना ली में उसकी चुत और वो मेरा लंड चूस रही थी
में उसकी डॉगी पोजीशन बनाई फिर दोबारा उसकी चुत मारने लगा
जोश की गोली की वजह से मुझे पता नहीं चला की कैसे उसकी चुत में मेरा पानी निकल गया फिर भी मेरी स्पीड कम नहीं हुई में सुबह 5 am तक उसे बिना थके चोदते रहा गोली की वजह से हम दोनों ने पूरी रात में कम-से-कम 7-8 राउंड की चुदाई के बाद में हम दोनों ऐसे ही नंगे ही सो गए. वह थक कर मेरे ऊपर ही सो गयी थी
उस रात के बाद हम दोनों हफ्ते में दो तीन दिन चुदाई का प्रोग्राम बनाने लगे हमारे इस शहर में कोई पहचान वाला नहीं था, और रूम दूर होने के कारण न ही कोई बच्चा रूम पर आता था इसी वजह से हम दोनों ने बिना कपड़ों के ही घर में घूमना शुरू कर दिया था हम दोनों हस्बैंड-वाइफ के जैसे रहने लगे थे.
पेपर खत्म होने के तुरंत बाद हम दोनों घर वापस आ गए थे और उसी दिन हम दोनों के परिवार वाले आ गे थे हम दोनों दोबारा से भाई-बहन की तहर रहने लगे रिजल्ट आते ही एक दिन तनु अपने गांव वापस चली गई
nice